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शिवजी का सबसे पावरफुल है यह मंत्र, महाशिवरात्रि पर जरूर करें जाप, गजब का होगा इसका प्रभाव

अर्जुन गुप्ता, संपादक, छत्तीसगढ़ अपडेट

महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्तों पूरी निष्ठा के साथ व्रत पूजन करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि, इस दिन की गई पूजा बहुत ही फलदायी होती है. शिव पूजा के दौरान मंत्रों का जाप बहुत जरूरी है. शिव मंत्रों में ओम नमः शिवाय का जाप सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

आइए जानते हैं इन मंत्र के बारे में-

सनातन धर्म में महाशिवरात्रि सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इस दिन शिव भक्तों पूरी निष्ठा के साथ व्रत पूजन करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि, इस दिन की गई पूजा बहुत ही फलदायी होती है. इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी 2025 दिन बुधवार को पड़ रहा है. शिव पूजा के समय मंत्रों का जाप करना बेहद जरूरी है. मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि उनके नियमित और विधिवत जप से तमाम समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. इन शिव मंत्रों में भी ‘ओम नमः शिवाय’ का जाप सबसे श्रेष्ठ माना गया है. महाशिवरात्रि के दिन पूजा के दौरान रुद्राक्ष की माला से 108 बार ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें. ये 3 अक्षर का मंत्र बहुत शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता है।

ओम नमः शिवाय का अर्थ और महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संसार में मौजूद पंचतत्वों का प्रतिनिधित्व नमः शिवाय की पंच ध्वनियां करती हैं, जिनसे सारा संसार बना है और विनाश के समय उसी में समा जाती है. मंत्र के प्रत्येक अक्षर का अर्थ इस प्रकार है ‘न’ पृथ्वी,’ मः ‘पानी,’ शि’ अग्नि, ‘वा’ प्राणवायु और ‘य’ आकाश को दर्शाता है. स्कन्दपुराण के अनुसार, ‘ॐ नमः शिवाय’ महामंत्र मोक्ष प्रदाता है, पापों का नाश करता है और साधक को लौकिक, परलौकिक सुख देने वाला माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करता है, उससे भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं।

ओम नमः शिवाय मंत्र के फायदे

भगवान शिव के ओम ‘नमः शिवाय’ मंत्र का जाप बहुत ही लाभकारी होता है. मान्यता है कि, जो भी भक्त ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का नियमित रूप से जाप करता है, उसे धन लाभ होता है. शत्रुओं को परास्त करते हैं. इस मंत्र के जाप से संतान सुख मिलता है और तकलीफों से निजात मिलती है. इसके अलावा, इस मंत्र के जाप से जीवन चक्र समझना बहुत आसान है. इसका जाप मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी की किया जाता हैं।

ओम नमः शिवाय मंत्र जाप की विधि

भगवान शिव का यह मंत्र हमेशा किसी तीर्थ स्थल, मंदिर या फिर एकांत जगह में बैठकर करना चाहिए।

ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से ही करनी चाहिए।

इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार नियमित रूप से करना लाभदायक होता है।

इस महामंत्र का जाप योग मुद्रा में बैठकर पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिए।

ओम नमः शिवाय मंत्र के उच्चारण से समस्त इन्द्रियां जाग उठती हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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